'पेयू' अब पेमेंट एग्रीगेटर की तरह काम कर सकेगा:RBI की मंजूरी मिली; फोनपे, गूगलपे और पेटीएम की तरह कर सकेंगे पेमेंट
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने फिनटेक फर्म पेयू (PayU) को पेमेंट एग्रीगेटर के तौर पर काम करने के लिए इन-प्रिंसिपल मंजूरी दे दी है। कंपनी अब अपने प्लेटफार्म से नए मर्चेंट्स को जोड़ सकती है और फोनपे- गूगल-पे और पेटीएम की तरह पेमेंट रिसीव कर सकता है। इन-प्रिंसिपल मंजूरी फाइनल लाइसेंस नहीं है। यह केवल कंपनियों के लिए कारोबार जारी रखने का रास्ता साफ करती है। जनवरी 2023 में RBI ने कंपनी को पेमेंट एग्रीगेटर के तौर पर काम करने की मंजूरी देने से मना कर दिया था। पेमेंट एग्रीगेटर क्या है पेमेंट एग्रीगेटर एक थर्ड पार्टी सर्विस प्रोवाइडर है, जो ग्राहकों को ऑनलाइन पेमेंट करने और मर्चेंट्स को पेमेंट स्वीकार करने में सक्षम बनाता है। पेमेंट एग्रीगेटर अपने ग्राहकों को डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, कार्डलेस EMI, UPI, बैंक ट्रांसफर और ई-वॉलेट जैसे पेमेंट मोड्स से पेमेंट करने की सुविधा देता है। ग्लोबल इनवेस्टमेंट ग्रुप पोरस है इन्वेस्टर पिछले साल RBI ने कहा था कंपनी (PayU) का कॉर्पोरेट स्ट्रक्चर काफी जटिल है, इसे आसान करके फिर से अप्लाय करें। सेंट्रल बैंक ने कंपनी को नए कस्टमर्स जोड़ने पर भी रोक लगा दी थी। कंपनी में ग्लोबल इनवेस्टमेंट ग्रुप पोरस बड़ा निवेशक है। CEO बोले- भारत में बनेगा मजबूत डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर रिजर्व बैंक से मंजूरी मिलेके बाद बाद कंपनी के CEO अनिर्बान मुखर्जी ने कहा कि अब नए कारोबारियों को हमारे प्लेटफार्म से जुड़ने का रास्ता साफ हो गया है। इससे भारत में डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने और उसे ग्लोबल पहचान देने में मदद मिलेगी। फिनटेक कंपनी क्रेड को भी मिली RBI की मंजूरी इससे पहले पेटीएम, रेजरपे और कैशफ्री को भी RBI ने मंजूरी देने से मना कर दिया था। लेकिन बाद में रेजरपे और कैशफ्री इसके लिए मंजूरी मिल गई थी। वहीं मनी कंट्रोल ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि एक अन्य फिन टेक कंपनी क्रेड (CRED) को भी इसके लिए RBI की मंजूरी मिली है। FY24 की पहली छमाही ₹1,757 करोड़ की कमाई वित्त वर्ष 2022-23 में पेयू (PayU) इंडिया ने 399 मिलियन डॉलर (करीब ₹3,323 करोड़) की कमाई की थी। वित्त वर्ष 2021-22 के मुकाबले यह 31% ज्यादा था। वहीं, वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही (अप्रैल23-सितंबर23) में कंपनी की कोर पेमेंट बिजनेस से आय 15% बढ़कर 211 मिलियन डॉलर (करीब ₹1,757 करोड़) रही थी। यह खबर भी पढ़ें... मार्च 2024 में UPI ट्रांजैक्शन का नया रिकॉर्ड: 1,344 करोड़ ट्रांजैक्शन के जरिए ₹19.78 लाख करोड़ का लेनदेन, FY24 में ₹199.95 लाख करोड़ का ट्रांसफर मार्च 2024 में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी UPI के जरिए ट्रांजैक्शन का नया रिकॉर्ड बना है। इस दौरान 1,344 करोड़ ट्रांजैक्शन के जरिए 19.78 लाख करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ। पिछले महीने यानी फरवरी 2024 में UPI के जरिए 1,201 करोड़ लेनदेन हुए, जिसके जरिए 18.28 लाख करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
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